मेरे पसंदीदा कवि निबंध | Essay on my favorite poet in hindi

Essay on my favorite poet in hindi: हमारे देश में कई महान कवियों ने जन्म लिया है, जिन्होंने अपनी कविताओं से हमारी आत्मा को छू लिया। लेकिन जब भी मैं कविता की दुनिया में खो जाता हूँ, तो एक नाम बार-बार मेरे मन में आता है—सुभद्रा कुमारी चौहान। उनकी रचनाएँ मुझे गहराई तक प्रभावित करती हैं। उनका सरल, सजीव और देशभक्ति से भरा लेखन मुझे हर बार नई ऊर्जा और प्रेरणा देता है। वे मेरी पसंदीदा कवयित्री हैं, और उनकी कविताएँ मेरे दिल के बहुत करीब हैं।

Essay on my favorite poet in hindi | सुभद्रा कुमारी चौहान का जीवन

सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म 16 अगस्त 1904 को नागपंचमी के दिन हुआ था। उन्होंने बहुत कम उम्र में ही लिखना शुरू कर दिया था और जल्द ही उनकी कविताएँ लोगों के दिलों में बसने लगीं। सुभद्रा जी का जीवन संघर्ष से भरा हुआ था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। एक स्त्री होते हुए भी उन्होंने न केवल समाज के लिए, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी कविताएँ देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत थीं, और उनका लेखन स्वतंत्रता सेनानियों को प्रेरित करता था। उनकी सबसे प्रसिद्ध कविता “झांसी की रानी” आज भी लोगों के दिलों में गूंजती है।

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Essay on my favorite poet in hindi | सुभद्रा कुमारी चौहान की कविताएँ

सुभद्रा जी की कविताएँ भावनाओं से भरी होती हैं। उनकी सबसे प्रसिद्ध कविता “झांसी की रानी” मुझे बचपन से ही बहुत पसंद है। जब भी मैं इसे पढ़ता हूँ, मेरे अंदर एक गर्व की भावना जाग जाती है। इस कविता में उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई के साहस और बलिदान को इतनी सजीवता से चित्रित किया है कि यह कविता पढ़ने वाला हर व्यक्ति इसे अपने दिल में महसूस करता है।

उनकी कविताएँ सिर्फ देशभक्ति तक सीमित नहीं थीं, बल्कि वे सामाजिक मुद्दों पर भी लिखती थीं। उनकी कविताओं में नारी शक्ति, समाज की समस्याएँ और इंसानियत की भावना बखूबी देखने को मिलती है। वे साधारण शब्दों का उपयोग करके गहरी भावनाओं को व्यक्त करती थीं, जो मुझे बहुत प्रभावित करता है। उनकी कविताओं में जीवन की सच्चाई, कठिनाइयाँ और संघर्ष साफ दिखाई देते हैं।

Essay on my favorite poet in hindi | “झांसी की रानी” का प्रभाव

“झांसी की रानी” कविता ने मेरे अंदर देशप्रेम की भावना को और भी मजबूत कर दिया है। इस कविता में जिस तरह से उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई के वीरता और संघर्ष का वर्णन किया है, वह मुझे बार-बार प्रेरित करता है। उनकी पंक्तियाँ जैसे:

“खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी”

इन शब्दों में साहस, बलिदान और अदम्य इच्छाशक्ति की झलक मिलती है। यह कविता सिर्फ इतिहास नहीं बताती, बल्कि यह हमें यह समझाती है कि अगर हम दिल से किसी चीज के लिए लड़ते हैं, तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।

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Essay on my favorite poet in hindi | सुभद्रा जी का लेखन और मेरा जुड़ाव

सुभद्रा कुमारी चौहान की कविताओं का सबसे बड़ा गुण यह है कि वे सीधे दिल को छूती हैं। उनके सरल शब्दों में गहरे अर्थ होते हैं, और यही कारण है कि उनकी कविताएँ मेरे दिल के करीब हैं। जब भी मैं उनकी रचनाओं को पढ़ता हूँ, मुझे उनके जीवन की झलक मिलती है—एक संघर्षशील महिला, जो समाज और देश के लिए जी रही थी।

उनकी कविताएँ मुझे यह सिखाती हैं कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न हों, हमें हार नहीं माननी चाहिए। सुभद्रा जी का जीवन और उनकी कविताएँ मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। वे सिर्फ एक कवयित्री नहीं थीं, बल्कि वे एक ऐसी महिला थीं, जिन्होंने समाज और देश के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया।

Essay on my favorite poet in hindi | मेरी प्रेरणा

सुभद्रा कुमारी चौहान का जीवन और उनकी कविताएँ मुझे हमेशा प्रेरित करती हैं। उनकी कविताएँ न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि वे जीवन के हर पहलू में हमें सिखाती हैं कि सच्चाई, साहस और प्रेम के बिना जीवन अधूरा है। उनके लेखन की ताकत और उनकी भावनाओं की गहराई मुझे हर बार नई ऊर्जा देती है।

उनकी कविताओं को पढ़कर मैं यह समझता हूँ कि साहित्य केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह समाज को दिशा देने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। सुभद्रा जी ने अपने लेखन के माध्यम से समाज को एक नई दिशा दी और उनकी कविताएँ हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।

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